आपके भी मन में ख्याल आता होगा कि जिंदगी में हमेशा “khush kaise rahe” ये जिंदगी हमें हसने और मुस्कुराने के लिए मिली है। ना की रोने और दुखी होने के लिए मिली है। ये जीवन तो एक उत्सव है। ये जीवन तो आनंद से भरा हुआ है पर फिर भी न जाने क्यों लोग सारी जिंदगी खुशियों को तलाशते रह जाते हैं, ढूंढते रह जाते हैं पर फिर भी वह खुश(khush) नहीं हो पाते।
आप जिंदगी में खुश(khush) रहेंगे, यहाँ दुखी रहेंगे। ये इस पर निर्भर करता है कि आपका जिंदगी के लिए नजरिया कैसा है। ये दस बातें हैं दस आदतें हैं। जो भी इंसान ये दस हैबिट्स ये दस आदतें अपनी जिंदगी में अपना लेगा वो जिंदगी में हमेशा खुश(khush) रहना सीख जाएगा, तो आइये शुरू करते हमारा आर्टिकल “khush kaise rahe” ।
जिंदगी में हमेशा खुश कैसे रहे – Life me akele khush kaise rahe
1.हमेशा पॉजिटिव सोचे (hamesha positive soche)
जिंदगी की हर सिचुएशन में, हर बात में आप कुछ पॉजिटिव देख पाएं। आप कुछ अच्छा देख पाएं। चाहे कितनी भी कठिन से कठिन परिस्थिति क्यों ना आ जाये जिंदगी में फिर भी जो इंसान उस परिस्थिति में कुछ अच्छा देख सकता है
उसके लिए वह दुख, वो कठिनाई बहुत छोटी पड़ जाती है और जो इंसान छोटी सी मुश्किल में भी घबरा जाता है फिर वो मुश्किल छोटी नहीं रहती वो बहुत बडी बन जाती है। तो इसीलिए ये बहुत जरूरी है कि जिंदगी के लिए आपका पॉजिटिव माइंड हो।
2.जीवन के प्रति शुक्रगुजार बने ( jeevan ke prati shukragujaar bane)
जिंदगी के लिए शुक्रिया का भाव हो । कृतज्ञता का भाव हो लेकिन शिकायत का भाव नहीं हो । जिस इंसान का हृदय जितना शिकायत से भरा रहेगा वो इंसान उतना दुखी रहेगा और जिस इंसान का हृदय कृतज्ञता से धन्यवाद से भरा रहेगा, वो इंसान उतना आनंद में जिएगा।
3. बातों को भूल ना सीखें ( baaton ko bhul na sikhe)
जिंदगी में हर बात को पकड के बैठना जरूरी नहीं है। कई अजीब अजीब तरह के लोग मिलेंगे। जिंदगी में हर किसी के साथ बहस करना जरूरी नहीं है।आप जिंदगी में आगे बढो, पुरानी बातों को भूलना सीखो और अपनी जिंदगी के बेहतर भविष्य के लिए आप आगे बढ जाओ।
4.हमेशा वर्तमान में जिए (hamesha vartamaan mein jiye)
कई लोग अपने future की planning में इतना डूब जाते हैं और अपने past से अपने future से इतना ज्यादा अटैच हो जाते हैं कि वह अपनी जिंदगी के आज को इस पल को जीना ही भूल जाते हैं।
हर इंसान इसी कोशिश में लगा रहता है कि भविष्य में किसी न किसी दिन मुझे खुशी(khusi) मिल जाएगी। मुझे शांति मिल जाएगी। पर आपने कहीं देखा, कोई शांत इंसान, लोग शांत शब्द सिर्फ उसी के लिए यूज करते हैं जो मर जाता है।
लोग कहते हैं आज फलाना व्यक्ति शांत हो गया।जब तक जिंदा है तब तक कोई नहीं कहता कि ये शांत हो गया। तो यदि आप खुशी(khusi) पाना चाहते हो, शांति पाना चाहते हो तो उसे इस पल में ढूंढ लो क्योंकि शांति और खुशी(khusi) इसी पल में हैं
5.हमेशा अपने दिल की आवाज सुनो (hamesha apne dil ki awaj suno)
अधिकतर लोगों को इसलिए दुखी देखा जाता है क्योंकि वह कहते की हमारी जिंदगी में दुख सिर्फ उस इंसान की वजह से है। दूसरे इंसान की वजह से उसकी वजह से हम अपनी जिंदगी में खुश(khush) नहीं हो पाते।
तो आप दूसरों की सुनना छोड दो के लोग आपके लिए क्या कहते हैं? लोग तो कहेंगी आप अच्छा करो तो भी कहेंगे बुरा करो तो भी कहेंगे कुछ ना करो तो भी कहेंगे तो इससे अच्छा तो आप वो करो जो आप करना चाहते हो
कम से कम आप ये तो नहीं कहोगे की मेरी जिंदगी में दुख दूसरे की वजह से हे फिर आप ये गर्व से कह सकोगे की मेरी जिंदगी में जो कुछ भी है उसके लिए मैं ही जिम्मेदार हूं
6.हमेशा जीतने पर ध्यान दो। (hamesha jeetane par dhyaan do)
कभी भी हारने के बारे में सोचो ही मत। कभी भी असफलता के बारे में सोचो ही मत, कभी भी नाकामयाबी के बारे में सोचो ही मत। हमेशा मन में विश्वास रखो की आपको कामयाबी जरूर मिलेगी आप जरूर जीतोगे और आपको सफलता जरूर मिलेगी।
7.आप खुद को माफ करना सीखें, (aap khud ko maaf karna sikhe)
खुद को भी माफ करना सीखें औरो को भी माफ करना सीखें। गलती हर इंसान से होती है। अगर आप कुछ करेंगे तो उसमें कुछ अच्छा भी होगा। कुछ गलत भी होगा तो अपनी गलतियों से सीखे और आगे बढे।
खुद को दोषी ठहराना छोड दें जब तक आप खुद को माफ नहीं करेंगे, जब तक आप दूसरे लोगों को माफ नहीं करेंगे, तब तक आप कभी अंदर से खुश(khus) हो नहीं सकते। आपको वही गिल्ट खाता रहेगा।
आपको वहीं ग्लानि खाती रहेगी। आप आगे बढ ही नहीं पाएंगे। कोई बात नहीं जो भी हुआ खुद को माफ कर दो जो भी आप से गलतियां हुई है , या जो औरो ने आप के साथ गलत किया है, उन्हेंमाफ करो,
आप उन्हें माफ करोगे आपके दिल में अपने आप शांति आ जाएगी, क्योंकि नफरत एक ऐसा भाव है। आपका चैन, सुकून सबकुछ छीन लेगा। तो यदि आप हमेशा खुश(khus) रहना चाहते हैं तो माफ करना सीखो। यदि माफ करना सीख गए फिर आपके मन में यह सवाल पैदा ही नहीं होगा कि हमेशा “khush kese rahe” रहें
हमेशा उन लोगों के साथ रहो, जो खुश(khush) रहते हो जो लाइफ को जीते हो जिनके साथ बैठ ते ही ऐसा लगे कि बस गम में डूब गए हैं तो ऐसे लोगों से आप दूर रहें। उन्हीं लोगों के साथ अपना ज्यादा समय गुजारे जो जिंदगी को जीना जानते हो
9.हमेशा सीरियस रहने की जरूरत नहीं है (hamesha serious rehne ki jarurat nahi)
आप हसना मुस्कुराना सीखें। हमेशा बहुत ज्यादा सीरियस(serious) रहने की जरूरत नहीं है। एक छोटा बच्चा कैसे बिना किसी बात के मुस्कुराता रहता है, हस्ता रहता है।
आजकल तो लोग मुस्कुराना ही भूल गए है कहते हैं जब तक कोई जोक न सुन लें तब तक हसी ही नहीं आती। और कई लोग तो ऐसे भी होते हैं जो कहते हैं कि हमें तो किसी जोक पे भी हसी नहीं आती हसना ही भूल गए है
आप ये मत समझना की खुशी(khushi) या हसी किसी दुकान पे मिलेगी आपको वो आपके भीतर है। आप उस से बाहर निकाले। आपके भीतर जो बच्चा छुपा बैठा है उसको जीने दें। जिंदगी की चिंताओं को लेकर के आपने अपने अंदर की खुशी(khushi) को मार दिया है तो हलके फुल्के रहना सीखें। खुश(khush) रहना सीखें
10. मेडिटेशन और ध्यान करें ( Meditation or dyaan kare)
आप डेली 15 मिनट्स मेडिटेशन(Meditation) जरूर करें।, कई लोग पूछते हैं मेडिटेशन(Meditation) (Meditation) कैसे करें। वैसे तो ध्यान की बहुत सारी विधियां हैं पर एक बहुत सरल टेकनिक है।
आप एक आसन में बैठके आंखे बंद करके गहरी सांसे लीजिए, गहरी सांसे छोड़िये पर ईमानदारी से ये क्रिया पूरे पांच मिनट करिए और पांच मिनट स्वांसो की क्रिया के बाद आप पांच मिनट के लिए अपने मुख से ओम की ध्वनि का उच्चारण करें।
आप जिस भी ईश्वर में विश्वास रखते हैं उसके नाम की ध्वनि का उच्चारण करें क्योंकि ईश्वर के सभी नाम दिव्य ऊर्जा से भरे हुए हैं और कोई नाम किसी नाम से कम नहीं है।
जिसमें भी आप मानते हो और यदि हम किसी नाम को नहीं मानते तोआप स्वांसो की क्रिया को कीजिए और यदि आप ईश्वर में मानते हैं तो जो भी ईश्वर का नाम आपको अच्छा लगता हो और आप उसकी भी पांच मिनट के लिए ध्वनि कीजिए,
आप उसको भी पांच मिनट के लिए रिपीट कीजिए पांच मिनट स्वांसो की प्रक्रिया और पांच मिनट ओम की ध्वनि करनी है औरउसके बाद पांच मिनट के लिए आप आंखे बंद कर के बैठ जाइये बिल्कुल रिलेक्स, ओके और चेक कीजिए कि आपके भीतर क्या चल रहा है आपकी क्या डिजायर्स हैं?
महसूस कीजिए खुद के अस्तित्व को, खुद की इच्छाओं को, खुद के दर्द को, खुद की तकलीफों को की आपके भीतर कहाँ कहाँ, क्या क्या समस्याएं हैं आप जिंदगी में क्या पाना चाहते हैं तो ये पंद्रह मिनट का अभ्यास यदि आप नियमित करते हैं, रोज करते हैं तो इससे आपकी चेतना का विकास होता है। इससे आपकी ब्रेन पावर बढती है जिससे आप जिंदगी को बेहतर अंडरस्टैंड कर पाते हैं।
आप लोगों को बेहतर समझ पाते हैं और आप पर लोगों की बातें कम असर करने लगती है। सिर्फ पंद्रह मिनट का अभ्यास आपको आत्मा की शक्ति प्रदान करता है। आपको चेतना की शक्ति प्रदान करता है
Conclusion – khush kaise rahe
आप चाहते हैं की सारी जिंदगी आप खुश(khush) रहे मुस्कुराते रहे हस्ते रहे और जिंदगी की एक एक पल को खुशी(khushi) से जिए तो इन दस आदतों को कभी मत छोडना, साथ ही हमे कमेंट करके भी जरूर बताइये की आपको हमारा ये आर्टिकल “khush kaise rahe” कैसा लगा।
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Singh is an experienced spiritual writer and the resident author at Guruvanee.com. With a deep passion for exploring the mystical aspects of life, Singh delves into various spiritual traditions, philosophies, and practices to inspire readers on their spiritual journeys.