What is life in hindi – जीवन में एक बार हर किसी के जेहन में ये प्रश्न जरूर आता है कि जीवन क्या है ? जीवन का अभिप्राय बताया जाए तो हमारे जन्म से मृत्यु के बीच के समय को ही जीवन कहते हैं। जीवन हमें भगवान के द्वारा प्राप्त होता है। जीवन को सुखी बनाए रखने के लिए हमें अच्छे मित्र और अच्छे आचरण की जरूरत पड़ती है, तो आइये समझते हे “What is life in hindi”।
जीवन को आनंदित बनाए रखने के लिए हमें अपनों का साथ चाहिए। इसके साथ ही भौतिक संपदा भी कुछ हद तक सुखी जीवन जीने के लिए कारगर साबित होता है लेकिन भौतिक संपदा सुखी जीवन का आधार है, ऐसा नहीं कहा जा सकता। कुछ लोगों का मानना है कि सुखी जीवन व्यतीत करने के लिए धन की नितांत आवश्यकता होती है, लेकिन ऐसा नहीं है, थोड़े धन से भी व्यक्ति खुश रह सकता है ,लेकिन इसके लिए उसके अंदर अच्छी सूझबूझ होनी चाहिए।
जीवन की परिभाषा को लेकर लोगों के अलग-अलग विचार है क्योंकि क्योंकि सभी अपने निजी जीवन के अनुभव से सीख लेते है। कुछ लोग विषम से विषम परिस्थिति में जीवन को लेकर सकारात्मक रहते हैं। वहीं कुछ लोग विषम परिस्थितियों में जीवन को ही दोष देने लग जाते है क्योंकि वो परिस्थितियों के आगे घुटना टेक लेते हैं।उसका डटकर सामना नहीं करते। इसके चलते वो खुद को बेहद लाचार समझते हैं।
जीवन में संघर्ष हर किसी के होता है। बहुत कम ही लोग होते है जिनकी जीवन को लेकर सोच सकारात्मक होती है। सकारात्मक सोच रखने वालो की खासियत रहती है कि वो जीवन को वरदान मानते है विषम परिस्थितियों में भी डट कर चुनौतियों का सामना करते है।और उनकी विजय भी होती है आप इतिहास के पन्नो को पलटेगे तो ऐसे कई महापुरुष हुए है जिन्होंने डट कर परिस्थितियों का सामना करा।
वही कुछ लोग परिस्थितियों को देखकर घबरा जाते हैं । उनके अंदर नेगेटिव सोच विकसित हो जाती है।ऐसे में उसके मन में जीवन को लेकर नकारात्मक सोच और गलत धारणा बन जाती है। ऐसे लोगो से जब जीवन की परिभाषा पूछी जाती है तो वे जीवन को लेकर नकारात्मक से नकारात्मक बातें करने लग जाते हैं।
जीवन को जानने के लिए अगर धार्मिक ग्रंथों का सहारा लिया जाए तो ऐसे में आपको एक बार भगवान श्री कृष्ण के बारे में जानना चाहिए और उन्हें पढ़ना चाहिए।आपको काफी हद समझ आ जाएगा कि जीवन क्या है ? भगवान श्री कृष्ण ने गीता में जीवन के संदर्भ में काफी कुछ बताया है।
जब कभी भी हमारे जीवन में कोई छोटी या बड़ी घटना घट जाती है तो हम उन घटनाओं को अपने जेहन से हटा नहीं पाते और उसे लेकर परेशान रहने लग जाते हैं। और ये घटना दोबारा हमारे साथ घटित ना हो। इसके लिए हम भविष्य की योजना बनाने लग जाते है।
ऐसे में सोचने वाली बात यह है कि हम जिस दौर से गुजर चुके है या फिर भविष्य में जो होने वाला है।उसे लेकर सोचना कहा तक सही है। हमारे कहने का अभिप्राय बिलकुल नहीं कि आप भविष्य के बारे में ना सोचे।लेकिन हमे अपने वर्तमान को भी देखना चाहिए। लोग हमेशा बीती हुई या भविष्य में होने घटित होने चीजों को सोचने में समय बिता देते हैं। इससे वो वर्तमान समय का अनुभव या आनंद लेना भूल जाते हैं जबकि सही मायने में उन्हें वर्तमान के अनुभव लेना चाहिए यही जीवन है।
आपको अपने भविष्य के बारे में जरूर सोचिए आपको सोचने का पूरा अधिकार है। अच्छे भविष्य के लिए आप अच्छी से अच्छी योजना भी बना सकते हैं लेकिन आपको महज सोचना है,न कि आने वाले कल की फिक्र करनी है क्योंकि फिक्र करने से आप मौजूदा समय आनंद को खो देते हैं।आप अपना जीवन बोझिल बना देते है। और इसके जिम्मेदार आप खुद है।
जीवन को सही दिशा कैसे दे ?
जीवन को सही दिशा देने के लिए लोगो भारत के महापुरुषों की किताबें पढ़ना चाहिए ।उनके संघर्षों को पढ़ना चाहिए जिससे हमे प्रेरणा प्राप्त होगी।लोगो को विषम से विषम परिस्थितियों का समाधान खुद खोज लेंगे।
जीवन का सही आनंद लेने के लिए शरीर का स्वस्थ होना भी बेहद जरूरी है इसलिए लोगो अपनी दिनचर्या का विशेष ध्यान रखना चाहिए। उन्हें सुबह के समय व्यायाम के लिए निकालना चाहिए।
ऐसा देखा गया है कि जीवन में सबसे कामयाब और आनंदित वही लोग रहते है जिन्हे अपने परिवार का सहयोग प्राप्त होता है। ये आपके ऊपर भी निर्भर करता है कि आप अपने घर के सदस्य से कैसे पेश आते हैं।
जीवन में आनंदित रहने के लिए लोगो एक लक्ष्य होना बेहद जरूरी है, भारत के जितने महापुरुष हुए हैं।उनका कोई ना कोई लक्ष्य जरूर रहा है। चाहे वो महात्मा गांधी का देश आजाद कराने का हो या स्वामी विवेकानंद का जिन्होंने भारत में अध्यात्म का अलख जगाई थी।
हर किसी को चाहिए कि जीवन में अगर उन्हें समय मिले तो उसे परोपकार में जरूर लगाए।ऐसा करने से उनके मन को शांति मिलती है और सामने वाले को सुख प्राप्त होता है और ईश्वर भी खुश होते हैं।
जीवन में खुशी प्राप्त करने के लिए लोगो आचरण बेहद महत्व रखता है ।अच्छे आचरण वाले को सभी पूजते हैं ।वही बुरे आचरण वाले को समाज में अभिशाप माना जाता है। इससे नैतिकता का पतन होता है, देश की उन्नति रुक जाती है।
निष्कर्ष – What is life in hindi
आज के आर्टिकल “What is life in hindi” से आपको जीवन के बारे में पता चल गया होगा कि जीवन क्या है ? जीवन में खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए जीवन को सही दिशा कैसे दे।आज के दौर में लोगो डिप्रेशन का शिकार हो रहे है असल में कही न कही जीवन को लेकर निराश हो रहे और गलत कदम उठा रहे जोकि सरासर गलत है।अगर आप जीवन का असल मतलब समझ जाएंगे तो भूल कर भी अपने आपको नुकसान नहीं सकते।इसी को ध्यान में रखकर ये आर्टिकल तैयार किया गया है।
Singh is an experienced spiritual writer and the resident author at Guruvanee.com. With a deep passion for exploring the mystical aspects of life, Singh delves into various spiritual traditions, philosophies, and practices to inspire readers on their spiritual journeys.