मैं आपको चार तरीके बताऊंगा। जिनसे आप मोबाइल की लत से बाहर निकल सकते हो लेकिन उसके पहले मैं आपकी आंखे खोलना चाहता हूँ ताकि वो जो टिप्स आपको बताने वाला हूँ वो बेकार ना जाए
एक सर्वे किया गया सर्वे में यह पाया गया कि जब कोई ड्रिंक करके दारू पी के गाडी चलाता है तो उसका दिमाग उसके सामने जो चीजें आ रही होती है उनके प्रति रिस्पॉन्ड करना कम कर देता है।
और सबसे दुःख भरी बात तो ये है कि गाडी चलाने वाले का ध्यान जितना दारू पीने की वजह से भटकता है उतना सेम टू सेम उसका ध्यान भटकता है गाडी चलाते टाइम मोबाइल चलाने से यानी कि कॉन्सेंट्रेशन को भटकाने के मामले में आपकी जिंदगी को बर्बाद करने में ये जो मोबाइल है ना यार वो किसी न किसी नशे से कम नहीं है
अगर आप उसको बिना किसी काम के टच कर रहे हो तो हो सकता है कि आप उस के गुलाम बन चुके हो अमेरिका में एक सर्वे किया गया उसमें रिजल्ट आया कि जो लोग वहाँ पे स्मार्ट फोन यूज करते हैं उनमें से लगभग आधे लोग ये मानते हैं कि वह स्मार्ट फोन के बिना जिंदगी जीने की सोच भी नहीं सकते जिंदा नहीं रह सकते हैं
आज की दुनिया में दारू पीने की लत से ग्रसित लोग इतने नहीं है जितने स्मार्टफोन को जरूरत से ज्यादा यूज करने की वजह से परेशान है इस दुनिया की जनसंख्या लगभग 800 करोड होने वाली है उनमें से आज की डेट में लगभग 350 करोड लोगों के हाथ में स्मार्टफोन पहुंच चुका है
एक सर्वे तो ये भी बोलता है कि दुनिया में जितने लोगों के पास टॉयलेट है ना उससे ज्यादा लोगों के पास आज की डेट में स्मार्टफोन है और सबसे बडे दुख कि बात तो ये है कि जो 350 करोड लोग जिनके पास में स्मार्ट फोन है उनमें से लगभग 231 करोड लोग ऐसे है 66% स्मार्ट फोन यूजर्स जिनमें मोबाइल की लत लगने के लक्षण नजर आते हैं। 10 स्मार्टफोन यूजर्स में से 7 लोगों को मोबाइल के साथ सोना ही पडता है बिना मोबाइल पास में रखे उनको नींद नहीं आती कम्फर्टेबल फील नहीं करते
कई लोग स्मार्ट फोन की लत में इतना हो चुके हैं कि उनको अचानक से ऐसा लगता है जैसे कहीं पे उनका फोन बज रहा हो या जेब में vibrate कर रहा हो और फिर वो अपने पॉकेट को छुते हैं कि किसी का कॉल तो नहीं आ रहा हर पांचवें बन्दे ने ये माना कि वो एक हफ्ते तक दोस्त के बिना रह सकता है लेकिन एक हफ्ते तक मोबाइल के बिना नहीं रह सकता एक इंसान एक दिन में पंद्रह बार हस्ता है लेकिन स्मार्ट फोन को अनलॉक 150 बार करता है यानी कि 10 गुना ज्यादा 5 में से 3 लोग ऐसे हैं जिनको एक घंटे में एक बार मोबाइल को छुना ही पडता है आधे से ज्यादा स्मार्ट फोन यूजर्स हैं जो एसे है जो अपने स्मार्टफोन को कभी स्विच ऑफ नहीं करते बैटरी लो होकर स्विच ऑफ हो गया तो अलग बात है 5 में से 2 स्मार्टफोन यूजर्स ऐसे हैं मोबाइल में तब भी पता नहीं क्या धुन्ड़ते हैं जब उनकी रात में गलती से आंख खुल जाती है 4 में से 3 लोगों ने ये माना कि उन्होंने कभी ना कभी ड्राइविंग करते हुए मोबाइल पर मैसेज टाइप करके जरूर भेजा है
माँ बाप जब अपने बच्चों को डांटते हैं तो हर तीसरी डाट उनके मोबाइल की वजह से होती है 60% परसेंट स्मार्ट फोन यूज करने वाले बच्चे मानते हैं की जब उनके पास कोई नोटिफिकेशन आता तो उनको ऐसा लगता है कि उनको उस नोटिफिकेशन को जल्दी देखना चाहिए इस चीज से ग्रसित है वो लगभग आधे बच्चे जिनके पास स्मार्ट फोन भी है वह सुबह उठने के बाद कम से कम पांच मिनिट तक अपना स्मार्टफोन जरूर यूज करते है लगभग आधे स्मार्ट फोन यूजर्स वो जब अपने दोस्तों के साथ बेठे होते है तब भी बिना किसी काम के चुप चाप कई बार अपने स्मार्टफोन को घूरते रहते हैं 85% यूजर्स कई बार अपने मोबाइल को तब भी चेक करते है जब उसी फोन पर किसी ओर से बात कर रहे होते हैं यूज करते टाइम भी यूज ये हद से जादा इस्तेमाल करना होता है
जिस हिसाब से एक एवरेज इंसान सोशल मीडिया यूज करता है उस हिसाब से वो अपनी जिंदगी में लगभग पांच साल केवल और केवल सोशल मीडिया को यूज करते हुए बिताएगा अधिकतर स्मार्ट फोन के गुलाम ये भूल चुके हैं कि रियल लाइफ कैसी होती है अधिकतर लोगों को ऐसा लगता है कि अगर वो कहीं पर जाते समय मोबाइल ले जाना भूल गए तो उनका कोई बहुत जरूरी काम छूट जाएगा कई लोग रात को नींद में टाइम देखने के लिए स्मार्ट फोन का बार बार यूज करते हैं लेकिन फिर उसी स्मार्ट फोन में अलार्म बजने पर वो उस स्मार्ट फ़ोन को नहीं छोड पाते एक मोबाइल के पीछे एक 5 6 इंच की स्क्रीन के पीछे एक इंसान अपनी जिंदगी के टोटल 5 6 साल केवल सोशल मीडिया यूज करने में ही बर्बाद कर देता है
तो मुझे ये नहीं समझ में आता है ये दुनिया जा कहा रही है कई लोग ऐसे हैं जो अपने स्मार्टफोन को खुद से चार पांच फीट से ज्यादा दूर नहीं होने देते हैं, उससे ज्यादा दूर नहीं कर सकते मोबाइल कोई लोग तो ऐसा मानते हैं की ज्यादा मोबाइल पर टाइम स्पेंड करने की वजह से उनकी रिलेशनसिप और नोकरी दोनों चले गए ये सब डेटा मैंने इंटरनेट से लिया थोडे प्लस माइनस हो सकते हैं लेकिन सच्चाई को हम झूठ नहीं बोल सकते फोन एडिक्शन के नाम पर दुनिया में ट्रीटमेंट चालू हो गये है इस कदर की बीमारी बन चुकी हैं उनमें से अधिकतर लोग ऐसे हैं जिनको पता भी नहीं लेकिन फिर भी वह स्मार्ट फोन के गुलाम बन चुके हैं मुझे ऐसा लगता है कि अगर यही सिचुएशन रही ना, ऐसे चलता रहा तो आने वाले टाइम स्मार्टफोन की यूज को कंट्रोल करने के लिए भी कानून बनाया जा सकता है
जैसे मान लो सिगरेट के डिब्बे में लिखा हुआ आता है कि धुम्रपान करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, उसी तरह से हो सकता है आपको मोबाइल के पीछे लिखा हुआ मिल सकता है की smart phone दिमाग की शांति के लिए हानिकारक है आप खुद मुझे ये बताओ में उसकी बात नहीं कर रहा कि आप स्मार्ट फोन को क्या काम में लेते हो मुझे सिर्फ एक सिंपल चीज़ का जवाब दो की अगर आज आपके पास स्मार्ट फोन नहीं होता तो रात को बैड रूम की लाइट बंद करने के बाद मैं कौन सी ऐसी चीज थी जो आपकी नींद के साथ खिलवाड करती है
क्या कोई ऐसी चीज है जो पढते टाइम आपको इतना ज्यादा डिस्टर्ब करती है पहले जब कोई बच्चा पडता था तो उसके माँ बाप नजर रखते थे कि वो बच्चा सो रहा है की जाग रहा है उसके पास में उसके कोई गली मोहल्ले के दोस्त तो नहीं आके बैठे वो तो नहीं टाइम पास कर रहे आज पूरे मोहल्ले की बारात उसके मोबाइल में है और वो बोलता है की उसको कुछ याद नहीं रहता कंसन्ट्रेट नहीं कर पाता
आज बडी बडी मार्केटिंग कंपनी के लिए स्मार्ट फ़ोन बहुत ज्यादा बडा हथियार बन गया है एक जरूरी टूल बन गया है किसी भी चीज को grow करने में इसकी बडी इम्पॉर्टेंस है लेकिन समस्या यह है कि जिन यूजर्स को इसकी समझ नहीं है वह किस जाल में फंसे हुए हैं वो बर्बादी की लाइन में खडे हैं क्योंकि उनकी पूरी जो दिनचर्या है वो स्मार्ट फोन के नोटिफिकेशन में ही बर्बाद हो रही है।
अधिकतर लोग ऐसे हैं जो बिना किसी कारण के मोबाइल को देखते रहते हैं तो अब मैं आपको बताऊँगा कि आप किस तरह से आप अपने स्मार्टफोन के यूज को मैनेज करके अपनी जिंदगी सुधार सकते है पहले से बेहतर कर सकते है
ज्यादा मोबाइल फोन चलाने से बचने के तरीके
1.घर के किसी एक कमरे को स्मार्ट फोन फ्री रूम बनाओ जब भी घर के लोग वहाँ पर बैठ के बात करें तो हाँ पर कोई भी स्मार्ट फोन यूज नहीं करना चाहिए कम से कम एक कमरा ऐसा जरूर होना चाहिए घर में जब मोबाइल को आप यूज नहीं कर रहे तो उसकी एक जगह फिक्स करो। हम लोग क्या करते हैं कि पढाई कर रहे तो मोबाइल टेबल पर है खाना खा रहे तो वहीं बगल में मोबाइल अगर किसी से बात कर रहे हैं आमने सामने बैठ कर के तो वहाँ पर भी मोबाइल अपने घर में अपने रूम में एक ऐसी जगह बनाओ जो सिर्फ स्मार्ट फोन के लिए हो जब किसी से आपको बात करने की जरूरत पडे तो आप बात कर लो वापस वहाँ पर रख दो
2. मैं चैटिंग के बिल्कुल खिलाफ्फ़ हु चैटिंग एक ऐसी चीज है जो tenager युवा को बर्बाद कर रही है। अगर आप के लिए बात करना इतना जरूरी है ना तो वीडियो कॉल कर लो। जो बात आधी मिनट में कर सकते हो उसको चैटिंग में दस मिनट लग जाते हैं।
3.आपके जितने भी नोटिफिकेशन है उन सबको बंद करो अगर आपको किसी app को यूज करना हो तो आप उसको ओपन करके यूज करो आप decide करो कि आपको उसको यूज कब करना है।
4.हम लोग इंटरनेट ब्राउज करने पर कम टाइम खर्च करते हैं और जो app है उनको यूज करने में ज्यादा टाइम खर्च करते हैं तो आपको जो सबसे ज्यादा जरूरी app है उसी को अपने मोबाइल में रखना है। बाकी को अनइंस्टॉल करना है बस ये चार काम करना होंगे आपको मोबाइल की लत से बाहर निकलने के लिए और अपनी आदतों को दूसरी आदतों से बादलों जिंदगी अपने आप बदल जाएगी अपना ख्याल रखे आगे बढते रहे
जय हिन्द वन्दे मातरम

Singh is an experienced spiritual writer and the resident author at Guruvanee.com. With a deep passion for exploring the mystical aspects of life, Singh delves into various spiritual traditions, philosophies, and practices to inspire readers on their spiritual journeys.